शहर के जाने माने कमिस्ट प्रेम वतवानी की होनहार पुत्री सुचेता ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता - पिता को दिया है। गुरमीत सिंह घनश्याम दास कन्या महाविधालय की पूर्व छात्र सुचेता की इस सफलता पर महाविधालय निदेशक श्री शिवदर्शन कुमार गोयल और प्राचार्य डॉ पारितोष आसोपा ने ख़ुशी जाहिर की है।
बकोल सुचेता अपनी इस सफलता से खुश है और उसका कहना है
"तारों को तोड़ने कि तम्मना होगी ओरो की.. मुझे तो बस सारा आसमान पाना है "।
सफलता के लिए कोई शोर्ट- कट नहीं होता।
सुचेता व् वतवानी परिवार को पदमपुर भास्कर और ब्लागस्पाट की तरफ से बधाई ......
"तारों को तोड़ने कि तम्मना होगी ओरो की.. मुझे तो बस सारा आसमान पाना है "।
सफलता के लिए कोई शोर्ट- कट नहीं होता।
सुचेता व् वतवानी परिवार को पदमपुर भास्कर और ब्लागस्पाट की तरफ से बधाई ......
good yaar intelligent to hogi hi but padhne ka avasar bhi mila hoga varna one can't clear exams without preparation...
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